माता पिता बनने का अधिकार :-
किसी विचारक ने कहा है कि माता पिता बनने का अधिकार सभी को नहीँ होना चाहिए.जो की भविष्य की पीढ़ी को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक है.
चलो ठीक है कि स्त्री पुरुष को साथ साथ रहने का अधिकार प्रकृति भी देती है लेकिन भावी पीढी के सर्बांगीण बिकास के लिए हर कोई को माता पिता बनने का अधिकार नहीँ होना चाहिए.हमेँ देखने को मिल रहा है कि भावी पीढी की कमजोरियोँ के लिए कहीँ कहीँ मात पिता भी दोषी हो सकते हैँ.
घर की चारदीवारी के अन्दर सामाजिक मर्यादाओँ के नाम पर जीवन कैद है और घरेलू अपराधोँ के लिए बने कानून बौने साबित हो रहे हैँ.माता पिता व बच्चोँ के बीच सम्बन्धोँ की ऋणात्मक स्थिति
उजागर न होने को मजबूर है . समाज भी आज छिन्न भिन्न है.माता पिता ही परिवार मेँ अशान्ति व फूट के कारण बने हुए हैँ.
अशोक कुमार वर्मा 'बिन्दु'
सहसम्पादक
मर्म युग मासिक पत्रिका