मंगलवार, 26 सितंबर 2023
चलते फिरते शहर !!
मनु को जब आभास हुआ कि जल प्रलय होने वाला है तो उन्होंने मध्य एशिया में जल तत्व में प्रशिक्षित एक नबी के सहयोग से दिव्य नौका के निर्माण को अंजाम दे प्राणियों के बीजों को संचय कर हिमालय की ओर चूक किया !
इस घटना की याद के साथ वह विचार करने लगा कि आजकल अर्थात अब सन 6050 ईस्वी में एक एक लाख आबादी की क्षमता वाले तैरते शहर , जिन पर आवश्यक अन्य जंतु व वनस्पति की भी व्यवस्था ..?! इक्कीसवीं सदी में सर जी ठीक कहते थे कि हमारी नजर जब पूरी धरती पर जाती है तो हमें अब भी और तब भी अनेक स्थानों का सूक्ष्म एक ही दिखाई देता है । क्यों न भौगोलिक, मानवीय, बनावटी प्रतिमान बदल गये हों ?
कैसे ?
कभी कश्यप देश के नाम से पुकारा जाने वाले क्षेत्र का
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