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बुधवार, 3 अगस्त 2011

द्वितीय विश्वयुद्ध और नेता जी !

गांधी जानते थे कि वास्तव मे हमारे स्थूल शरीर को मारने वाला गोडसे नहीं,गोडसे तो सिर्फ इस्तेमाल किया गया.

गांधी की हत्या करने के बाद अब गोडसे जेल में था.
गांधी को मार कर वह अब दुखी था.
"मैं तो यहीं जानता था कि वर्तमान हालातों के लिए गांधी दोषी हैं लेकिन .....अब मुझे पटेल व नेहरु का चरित्र संदिग्ध लगने लगा है."

द्वितीय विश्व युद्ध मे सुभाष बाबू को अन्तर्राष्ट्रीय अपराधी घोषित कर दिया गया था.युरोपीय उपनिवेशवाद के स्थान पर अब विश्व मेँ अमेरिकी भौतिक उपनिवेशवाद अपना स्थान बनाने लगा था.जापान के सहयोग से सुभाष बाबू ब्रिटिश शासन उखाड़ फेंकने के लिए अनेक क्षेत्रों को ब्रिटिश मुक्त कर भारत मेँ प्रवेश कर ही पाये थे कि अमेरिका ने जापान पर परमाणु हमला बोल दिया. यह शायद अमेरिका की बौखलाहट थी.सुभाष बाबू को वापस लौटना पड़ा.जिस कारण उनकी मजाक भी बनायी गयी कि 'दिल्ली चलो ' नारा लगाने वाले अब बापस भागे.
लेकिन-
सुभाष बाबू ने कहा कि 04 फरबरी का इन्तजार कीजिए.
फिर चार फरबरी के बाद नौ सेना विद्रोह और यहां के ब्रिटिश शासन के स्तम्भ माने जाने वाले विभाग विरोध मेँ आ गये.
इधर एलियंस को लेकर ...? 



इधर अमेरिका के न्यू मैक्सिको में उड़न तश्तरी गिरी जिसको अमेरिकी सरकार ने छुपाया



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मेरें Nokia फ़ोन से भेजा गया





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