यह इत्तफाक कहेँ या और कुछ कि मैँ तथाकथित हिन्दू परिवार मेँ जन्मा जरुर था लेकिन वहाँ प्रेम नहीँ पा सका था .मेरे लेडीज एण्ड जेण्टस जो भी फ्रेण्डस थे,इत्तफाक से गैर हिन्दू थे. एम एस सी करने के बाद मैँ शोधकार्य मेँ लग गया था.जिसकी सघनता मेँ प्रेम मित्रता या शादी पर सोँचने की फर्सत ही नहीँ थी.मेरी एक फ्रेण्ड रही थी नादिरा खानम. वह सम्भवत: हमेँ नहीँ भूली थी,कभी कभार हमसे मिलने चली आती थी.ऐसे मेँ वह ही मैँ और समाज के बीच सेतु थी.प्रत्येक वर्ष 16 नवम्बर को मैँ उसके जन्म दिन पर उसके घर जाना नहीँ भूलता था.एक दिन उसने अचानक मुझसे पूछ लिया-
" भविष्य! क्या ऐसे ही गम्भीरता मेँ जीवन गवाँ दोगे? शादी का क्या नहीँ सोँचा?"
तब मैँ बोला-"शादी ,हमसे कौन करेगा शादी? क्या तुम करोगी शादी? "
इसके बाद मैँ डर सा गया था.नादिरा खानम के गम्भीर होते चेहरे ने हमेँ और डरा दिया था.
वह बोली-"होश मेँ हो भविष्य?"
मैँ बोल दिया-"सारी,सारी नादिरा.मैँ तो योँ ही तुम्हारे मन को......"
नादिरा खानम मुस्कुरा दी-" आप तो पसीना पसीना हो रहे हो? नो टेन्शन,भविष्य. "
नादिरा खानम की शादी के एक साल बाद ही एक एक्सीडेण्ट मेँ उसके पति की मृत्यु हो गयी.एक दिन मैने उससे कह दिया -"नादिरा,मेरे साथ काम पर आ जाओ.तुमको रोजगार भी मिल जाएगा और ...... "
अब हम और नादिरा खानम एक साथ थे,जीवन के हर क्षण एक साथ थे.
एक दिन मैँ नादिरा के साथ बैठा अपने कम्पयूटर पर एलियन्स के सम्बन्ध मेँ एकत्रित विभिन्न जानकारियोँ का अध्ययन कर रहा था. वर्ष 1971ई0के 'अपोलो 14' के चाँद मिशन के एक यात्री रह चुके-डा0 मिशेल द्वारा वृहस्पतिवार 24 जुलाई 2008ई को एलियन्स के सम्बन्ध मेँ दिए बयान भी संकलित थे.
* * *
टीवी पर अन्तरिक्ष के दृश्य दिखाये जा रहे थे.
क्या वास्तव मेँ एक उड़नतश्तरी न्यू मैक्सिको के एक खेत मेँ जून 1947ई0 मेँ गिरी थी?जिससे सम्बन्धित तथ्योँ को पेश करने के साथ अन्तरिक्ष की भावी सम्भावनाएँ एक टीवी चैनल पर दिखाई जा रही थीं.
एक युवक तासीन अजीम कुर्सी पर बैठते हुए बोला -
"भाई जान! अन्तर्रास्ट्रीय दबाव के रहते अब पाकिस्तान से जेहादियोँ का आना कम हो गया है."
"हाँ ,जो आ भी रहे हैँ वे शिविरोँ से भाग कर अपने घर जा रहे हैँ,एक मिनट....."
मोबाइल पर किसी ने काल किया.
मोईनुद्दीन मोबाइल देखते हुए बोला-
" मेरी लड़की का फोन है."
"पापा ,घर कब आ रहे हो ? "
" बेटी ,एक घण्टे बाद आ रहा हूँ."
"पापा ,एक खास बात.टीवी पर आ रहा है कि शाहजहाँपुर के एक गाँव मेँ दूसरी धरती का यान उतरा ,जो अण्डाकार का था."
"अच्छा,कहीँ ऐसा तो नहीँ कोई सीरियल बगैरा देख लिया हो नीँद के नशे मेँ ?"
"पापा आप भी? मैँ क्या इतनी ऐसी हूँ?"
रुबी मोबाइल आफ कर सोँचने लगी-
जून 1947ई0की बात,न्यू मैक्सिको का रहने वाला मिस्टर एस.जो एक अन्तरिक्ष संस्था मेँ वैज्ञानिक था.अपने अवकाश के दिन वह न्यू मैक्सिको के बाहर अपने कृषि फार्म पर बीताता था.
एक दिन वह अपने कृषि फार्म पर ही था कि अचानक अपने सामने एक परग्रही प्राणी/एलियन को पाकर चौँका.
मिस्टर एस के मुँह से सिर्फ इतना निकला-"तुम!तुम यहाँ क्योँ?क्योँ?"
तब एलियन बोला-
"मित्र,निश्चिन्त रहो.क्या तुम हमारी मदद कर सकते हो?"
मि एस खामोश हो उसे आश्चर्य से देखता रहा.
"हमारे साथियोँ का एक यान यहाँ दुर्घटना ग्रस्त हो गया था ,जिसमेँ दो लोग जीवित थे सम्भवत:.उन सब को आपकी सेना ले गयी."
मि एस उसे एक कमरे मेँ ले जा कर बोला-" मुझसे जितना बनेगा,उतना प्रत्यन करूँगा. "
फिर मि एस कहीँ का सोँचने लगा तो एलियन बोला -
"मि एस मुझे दुख है कि तुम्हारी बीबी की हत्या एवं पुत्री रुचिको का अपहरण उन लोगोँ के द्वारा कर लिया गया . "
एलियन फिर बोला-"सनडेक्सरन धरती के कुछ निवासियोँ का... "
मि एस बोला- "सनडेक्सरन ?"
तब एलियन बोला - "हाँ, ग्यारह फुटी और तीन नेत्रधारी व्यक्तियोँ की धरती!?"
मि एस चौँका-" क्या,क्या कहते हो?"
एलियन बोला-"अन्तरिक्ष मेँ और भी धरतियाँ हैँ,आप लोगोँ से कहीँ ज्यादा उच्च विज्ञान व तकनीकी रखते हैँ वहाँ के निवासी.अतीत मेँ भूमध्य सागर व कश्यप सागर के समीपवर्ती कुछ कबीलोँ का अन्तरिक्ष की अन्य धरतियोँ से सम्बन्ध था."
मि एस सोँचने लगा-
कुछ दिन पूर्व गिरी दोनोँ उड़नतश्तरियाँ जरुर ' धधस्कनक' धरती की होगी.एक तो मेरे ही खेत मेँ गिरी थी...."
अमरीकी सेना ने उड़नतश्तरियोँ के मलवे व एलियन्स को गायब करवा दिया था.अब इस एलियन के साथ साथ मि एस को जेल मेँ डाल दिया गया.जेल से छूटने के दो दिन बाद वायु यान दुर्घटना मेँ मि एस की मृत्यु हो गयी.
रुबी सोँच रही थी-"वो एलियन्स कहाँ गये?"
सन 2007ई0 की जून....
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