पोखरन के वाशिन्दोँ से पूछो
परमाणु बमोँ का जोर.
सत्ताओँ की साजिशेँ रचेँ बम
त्वचा ,कैँसर, कम होती निगाह-
शारीरिकीय परिवर्तन,
पोखरन के वाशिन्दोँ से पूछो-
परमाणु बमोँ का जोर.
हीरोशिमा,नागासाकी की मानवता,
अब भी नहीँ उबर पाई है,
सत्ताओँ की सजिशोँ को-
मानवता कब याद आई है,
पोखरन के वाशिन्दोँ से पूछो
परमाणु बमोँ का जोर.
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